अमेरिकी राष्ट्रपति पद का पुनर्चक्रण : व्हाइटहाउस में संकट
अमेरिकी राष्ट्रपति पद का पुनर्चक्रण : व्हाइटहाउस में संकट
Recycling American Presidency: Crisis in Whitehouse का हिन्दी रूपांतर एवं सम्पादन
~ सोनू बिष्ट
आज के बदलते हुए समय में, अमेरिका का नेतृत्व परिदृश्य जांच के दायरे में आ गया है। एक समय था, जब इसे लोकतांत्रिक शासन प्रणाली के प्रतीक के रूप में सराहा गया था। लेकिन अब यह नेतृत्व, संकट के साये में घिरा हुआ है।
लगभग ढाई शताब्दियों से, अमेरिका स्वतंत्रता का प्रकाश स्तम्भ रहा है और दुनिया को प्रगति का मार्ग दिखा रहा है, जहां स्वतंत्रता और सपनों का विचार फला- फूला है।
व्हाइट हाउस (White house) में नेताओं को लोकतांत्रिक अधिकारों के प्रतीक के रूप में जाना जाता है।
दिलचस्प तरीके से, पिछले 40 वर्षों में, अमेरिका ने खुद को, अपने राष्ट्रपतियों और उपराष्ट्रपतियों को पुनर्चक्रित करने के परेशान कर देने वाले चक्र में फंसा पाया है, जिससे व्हाइट हाउस में लोकतंत्र के सिद्धांत का खंडन हुआ है।
इस अमेरिकी व्यवहार से एक आत्मविश्लेषी प्रश्न जो उठता है वह है अमेरिकी लोकतंत्र और उसके मतदाताओं की क्षमता को लेकर।
क्या अमेरिकी वास्तव में आम जनता से एक सक्षम नेता को चुनकर उसे नियुक्त करने में असमर्थ हैं जो कि व्हाइट हाउस को चला सके?
क्या अमेरिकी, *व्यक्तित्व के पंथ (cult of personality) से प्रेरित हैं, जो कि अमेरिकी संविधान में निहित सच्चे लोकतंत्र के सिद्धांतों को नकारने वाले मानसिक जाल (mental trapping) या अमूर्त राजसी सत्ता (intangible royalty) की परछाई है?
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व्हाइट हाउस (White house) में नेताओं को लोकतांत्रिक अधिकारों के प्रतीक के रूप में जाना जाता है।
हाल के अमेरिकी राजनीतिक इतिहास में यानि कि, 1980 के *रीगन युग की शुरुआत से, व्हाइट हाउस , और इसलिए राष्ट्रपति नेतृत्व भी, कुछ लोगों की संपत्ति से अधिक और कुछ नहीं रहा है।
1980 की अमेरिकी राजनीति की विशेषता थी रोनाल्ड रीगन (Ronald Reagan) की सत्ता पर बागडोर, जिन्होंने 4-4 साल के अपने सेवा के दो कार्यकाल दिए, जो अमेरिका के संविधान द्वारा अनुमत अधिकतम अवधि थी।
भले ही उनके राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय दोनों तरह के विवादास्पद फैसले और नीतियां थीं, फिर भी बिना किसी विरोध के अमेरिकी जनता ने रोनाल्ड रीगन और उनके सह साथी, जॉर्ज एच डब्ल्यू बुश (वरिष्ठ) (George H W Bush (senior) को ही चुना।
रोनाल्ड रीगन के उप राष्ट्रपति के रूप में आठ साल पूरे करने के बाद, जॉर्ज एच डब्ल्यू बुश (वरिष्ठ) व्हाइट हाउस के लिए चुने गए, और उनका सत्ता अधिग्रहण बिना किसी रुकावट के था। यह मान लेना गलत नहीं होगा कि जॉर्ज एच डब्ल्यू बुश (वरिष्ठ) ने बिना किन्हीं महत्वपूर्ण संशोधनों के रोनाल्ड रीगन की नीतियों को जारी रखा।
जॉर्ज एच डब्ल्यू बुश (वरिष्ठ) चार साल तक पूर्णकालिक राष्ट्रपति के रूप में व्हाइट हाउस में थे, लेकिन फिर अपने राष्ट्रपति कार्यकाल के बाद भी, वह 12 साल तक कई सामाजिक कार्यों के मामलों के शीर्ष पर रहे थे।
यदि अमेरिकियों के लिए बुश परिवार के किसी व्यक्ति द्वारा देश का शासित होना पर्याप्त नहीं था, तो उन्होंने 2000 से 2008 तक के दो कार्यकालों के लिए जॉर्ज डब्ल्यू बुश (जूनियर) को क्यों चुना।
यह वह समय था जब अमेरिका क्रमानुसार दो अलग-अलग देशों अफगानिस्तान और इराक में सबसे विवादास्पद और अंतहीन युद्धों में चला गया था।
बुश परिवार के रूप में, 1980 से 2008 के बीच, 28 वर्षों में से 20 वर्षों तक अमेरिकियों ने शासन किया है। साथ ही, यह कहना भी गलत नहीं होगा कि वे 28 साल, अमेरिकी विदेश नीति, अर्थव्यवस्था और खुशहाली के लिए सबसे विवादास्पद साल थे।
जॉर्ज एच डब्ल्यू बुश (वरिष्ठ) के छोटे बेटे, जॉन बुश (John Bush,), जिन्हें जेब बुश (Jeb bush) के नाम से भी जाना जाता है, ने 2016 के राष्ट्रपति चुनावों के लिए बोली लगाई, लेकिन अपने खराब प्रदर्शन के कारण अपनी चुनावी दौड़ जारी नहीं रख सके।
यदि वह 2016 का राष्ट्रपति चुनाव जीत जाते, तो यह एक और बुश होते जिन्हें अमेरिकियों ने व्हाइट हाउस में स्थापित किया होता।
1992 के बाद क्लिंटन का दौर शुरू हो गया था, जो घोटालों और विवादों की भेंट चढ़ गया ।
बिल क्लिंटन (Bill Clinton), एक करिश्माई व्यक्ति, जो राजनीतिक पैंतरेबाज़ी के लिए जाने जाते हैं, अधिकतम दो कार्यकाल के लिए अमेरिका के राष्ट्रपति रहे। दुर्भाग्य से, अनुचित कार्यों और नैतिक पतन के गंभीर आरोपों से उनका राष्ट्रपति पद कलंकित हो गया था।
उनके कार्यकाल के समय के दौरान उनके कार्यालय में, प्रथम महिला, हिलेरी क्लिंटन (Hillary Clinton) ने स्वास्थ्य देखभाल सुधारों का नेतृत्व करने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
वह राष्ट्रीय स्वास्थ्य सुधारों, विकासशील नीतियों और देश की स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली में सुधार के लिए बनाई गई योजनाओं के कार्य बल (task force) की अध्यक्ष थीं।
वह कई वर्षों तक बिल क्लिंटन के साथ प्रशासन के केंद्र में रहीं और व्हाइट हाउस के पश्चिमी विंग में एक कार्यालय पर उनका अधिकार रहा।
उनपर भाई-भतीजावाद के आरोप थे, क्योंकि राष्ट्रपति की एक अनिर्वाचित पत्नी प्रशासन पर प्रभाव डाल रही थी, जिसका बिल क्लिंटन ने "एक की कीमत में दो" के नारे से सामना किया।
जबकि व्हाइट हाउस के अंदर रहने वाले, राजनीतिक विशेषज्ञों ने हिलेरी क्लिंटन की राजनीतिक महत्वाकांक्षाओं की भविष्यवाणी की थी, जो अपने आप में एक राजनीतिक शक्ति के रूप में उभर रही थीं।
जॉर्ज बुश जूनियर के दो कार्यकाल पूरे होने के बाद, हिलेरी क्लिंटन ने 2008 में राष्ट्रपति पद के लिए बोली लगाई। हालांकि, बराक ओबामा की असाधारण और शानदार वृद्धि की वजह से उनकी आकांक्षाएं धराशायी हो गईं।
भले ही वह व्हाइट हाउस तक नहीं पहुंच पाईं, किन्तु उन्होंने ओबामा प्रशासन के पहले कार्यकाल में उनके नीचे राज्य सचिव का पद ग्रहण किया।
एक राजनीतिक पर्यवेक्षक (political observer) के लिए, यह व्हाइट हाउस में क्लिंटन के 12 साल होंगे। व्हाइट हाउस के लिए क्लिंटन की दावेदारी तब भी समाप्त नहीं हुई।
2016 में हिलेरी क्लिंटन ने डेमोक्रेटिक पार्टी से नामांकन जीता और डोनाल्ड ट्रम्प के खिलाफ चुनाव लड़ा। चुनाव विश्लेषकों की सभी भविष्यवाणियों के विपरीत, पसंदीदा प्रतियोगी के रूप में होने के बावजूद वह डोनाल्ड ट्रम्प जैसे कमजोर प्रतिद्वंदी से हार गई।
यहां पर यह समझना महत्वपूर्ण है कि, भले ही हिलेरी क्लिंटन 2016 में राष्ट्रपति पद नहीं जीत पाईं, किन्तु, फिर भी अमेरिकियों ने उन्हें व्हाइट हाउस के लिए पसंदीदा उम्मीदवार पाया।
अमेरिकी जनता की क्लिंटन परिवार से परे राष्ट्रपति पद के लिए किसी अन्य को देखने में असमर्थता विचारने योग्य है।
वर्तमान राष्ट्रपति, जोसेफ बाइडन (Joseph Biden), बराक ओबामा के दो-कार्यकालों में उप राष्ट्रपति रह चुके है। जो बाइडन का पहला कार्यकाल पूरा होने के बाद व्हाइट हाउस में उन्हें पूरे 12 साल हो जाएंगे।
जैसा कि हम जानते हैं, जो बाइडन अपने पद पर में बने रहने के लिए पहले से ही दूसरे कार्यकाल के लिए डोनाल्ड ट्रम्प के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं।
अगर वह डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ यह चुनाव जीत जाते हैं तो, वह अमेरिकी राजनीति के पिछले 20 सालों में से 16 साल तक पद पर बने रहने वाले व्यक्ति होंगे।
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वंशवादी राजनीति, सेलिब्रिटीहुड और राजनीतिक अभिजात्यवाद (Political elitism) अमेरिका के लोकतांत्रिक परिदृश्य को विफल करते प्रतीत होते हैं
डोनाल्ड ट्रम्प 2016 से 2020 तक राष्ट्रपति रहे और यही वह साल था जब वह जो बाइडन से चुनाव हार गए। फिर भी, इसने राष्ट्रपति पद के दूसरे कार्यकाल के लिए उनकी महत्वाकांक्षाओं को नहीं रोका।
अपनी रिपब्लिकन पार्टी (Republican Party) के चुनावी अभियान के साथ साथ वे अपने कई कानूनी मामलों से लड़ते हुए, 2024 में राष्ट्रपति पद के लिए एक शक्तिशाली और महत्वपूर्ण दावेदार के रूप में उभरे हैं।
रिपब्लिकन पार्टी में डोनाल्ड ट्रम्प की सेलिब्रिटीहुड (celebrityhood) के सामने कोई योग्य दावेदार नही थें।
यह सब तो केवल यही दर्शाता है कि अमेरिका की रिपब्लिकन और डेमोक्रेटिक पार्टी दोनों के ही नेतृत्व पूल में रूखापन है।
एक आश्चर्यजनक जनमत सर्वेक्षण (public poll) के परिणामों में, जो बाइडन के बाद डेमोक्रेटिक पार्टी की अगली सर्वश्रेष्ठ उम्मीदवार मिशेल ओबामा (Michelle Obama) थीं।
जैसा कि हम सभी जानते हैं, वह व्हाइट हाउस में प्रथम महिला के रूप में आठ साल तक रह चुकी थीं। फिर से, अमेरिकी जनता राष्ट्रपतियों और उनके परिवार के सदस्यों की सेलिब्रिटीहुड से अंधी हो चुकी है।
इस प्रकार, अमेरिकी राजनीति के पिछले 44 वर्षों के अवलोकन अमेरिकी मतदाताओं के राजनीतिक आख्यान (political narrative) में गहराई से बैठे राजनीतिक वर्चस्व की एक निराशाजनक तस्वीर प्रदर्शित करते हैं।
केवल कुछ ही लोग इस पर हावी हो गए हैं, जिससे दुर्भाग्यवश लोकतंत्र की सच्ची भावना कमजोर हो रही है।
साढ़े चार दशक बाद अमेरिकी राष्ट्रपति पद की राजनीति की बागडोर, बुश परिवार, क्लिंटन परिवार, बाइडन और ट्रम्प, के हाथों में हैं।
अवसर दिए जाने पर, किसी को भी अगले राष्ट्रपति पद के टिकट पर मिशेल ओबामा को देखकर आश्चर्यचकित नहीं होना चाहिए, जो ओबामा को अमेरिका के राष्ट्रपति पद की राजसी सत्ता में सबसे नया सदस्य बनाएगा।
लगभग ढाई शताब्दी पहले, अमेरिका के जन्म के बाद से अब तक अमेरिकी राजनीति में नेतृत्व के पुनर्चक्रण की घटना नहीं देखी गई है, हालांकि वहां राजनीतिक परिवार रहे हैं।
हमने जो चर्चा की वह एक आधुनिक अमेरिकी राजनीतिक घटना की तरह लगती है और परिपक्व और स्वतंत्र लोकतंत्र का संकेत नहीं है।
वंशवादी राजनीति, सेलिब्रिटीहुड और राजनीतिक अभिजात्यवाद (Political elitism) अमेरिका के लोकतांत्रिक परिदृश्य को विफल करते प्रतीत होते हैं।
तो क्या यह अमेरिकी लोगों की राजनीतिक आत्मसंतुष्टि है या फिर अमेरिकी लोकतंत्र की कमजोरी, जो उन्हें योग्य नेताओं को देखने में असमर्थ बनाती है?
*रीगन युग या रीगन का युग हाल के अमेरिकी इतिहास की एक अवधि है जिसका उपयोग इतिहासकारों और राजनीतिक पर्यवेक्षकों द्वारा इस बात पर जोर देने के लिए किया जाता है कि घरेलू और विदेश नीति में राष्ट्रपति रोनाल्ड रीगन के नेतृत्व वाली रूढ़िवादी " रीगन क्रांति " का स्थायी प्रभाव था।
यह उससे ओवरलैप होता है जिसे राजनीतिक वैज्ञानिक छठी पार्टी प्रणाली कहते हैं । रीगन युग की परिभाषाओं में सार्वभौमिक रूप से 1980 का दशक शामिल है, जबकि अधिक व्यापक परिभाषाओं में 1970 के दशक के अंत, 1990 और यहां तक कि 2000 का दशक भी शामिल हो सकता है।
अपनी 2008 की पुस्तक, द एज ऑफ रीगन: ए हिस्ट्री, 1974-2008 में , इतिहासकार और पत्रकार सीन विलेंट्ज़ का तर्क है कि रीगन अमेरिकी इतिहास के इस हिस्से पर उसी तरह हावी रहे, जिस तरह फ्रैंकलिन डी. रूजवेल्ट और उनकी न्यू डील विरासत चार दशकों तक हावी रही।
*व्यक्तित्व के पंथ से क्या तातपर्य है?
*ऐसी स्थिति जिसमें किसी सार्वजनिक व्यक्ति (जैसे कि कोई राजनीतिक नेता) को जानबूझकर देश के लोगों के सामने एक महान व्यक्ति के रूप में प्रस्तुत किया जाता है, जिसकी प्रशंसा की जानी चाहिए और जिससे प्यार किया जाना चाहिए।
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